बंद हो गया गृह से निकलना
रो रहे है अब बाबू और सोना,
पकड़े गए चोरी चुपके तो
टूटे मिलगे बाबू और सोना,
घरवालो के सामने बात न होय
छुपते छुपाते देख रहे घर का कोना,
बेबसी की अब हद हो गई,
अब नही मिल रहे है बाबू और सोना,
मिलने की याद सताये चाह के
भी मिल ना पाएं,
पकड बिस्तर अब रह गया सोना ही सोना,
घर से निकलना बंद हो गया,
रो रहे अब बाबू और सोना
#हास्यकर