मेरे सहर का वो चपरासी,
बस न्याय की देवी का पुजारी है,
खुद खड़ा है कूड़े के ढेर पर,
बस दूसरो की सफाई ही उसे प्यारी है।
सच्चाई के गुण सिखाता सबको,
जब तक बात दूजे पर आती है,
अपनी बारी आने पर वो कहेता,
सब किस्मत की बलिहारी है।
#सभी पूर्णतः, अपूर्ण है।
# Everyone is perfectly imperfect.🙏