“फिर एक बार उसी खामोशी में जीने का मन करता है,
मिल जाए अगर एक बार फिर वही सो जाने का मन करता है|
“यह हवा के झोंके भी ऐसे मासूमियत से हमें छू कर निकलते हैं,
हम भी एक एहसास से उन्हें चूम कर मिलते हैं|
कल तक तुम मेरे लिए थे अंजान,आज बन गए हो मेरी पहचान,
“यह कलियां भी खिल जाती है, उन्हें देखकर मचल जाती है,
“एक लहर की तरह जब तुम आती हो,
सब कुछ बिखरने के बाद भी मुझे अपने अंदर समाती हो|
तुम्हारी वही चाहत अभी भी बरकरार है,
तभी तो हमारे बीच इतना प्यार है|
“जिस दिन ये चाहत मिट जाएगी,ये जिंदगी भी सिमट जाएगी|
लगकर गले ऐसा लगता है,यह पल फिर आ नहीं पाएगा|
“फिर दोबारा कुछ ना कुछ तो बदल जाएगा|
जिंदगी का हर पल तेरे साथ ही बिताना है,
खुद से किए हर वादे को निभाना है|
“तेरे साथ बिताया हर पल ही मेरी जिंदगी बन जाता है,
गुस्से में भी तुम्हारा हंसता हुआ चेहरा याद आता है|
फिर एक बार उसी खामोशी में जीने का मन करता है,
मिल जाए अगर एक बार फिर वही सो जाने का मन करता है|