#काव्योत्सव -2#माँ#पहेलाप्रेम
★माँ अभी तो मे छोटी हूँ तुजे छोड़के अभी न जाऊँगी ★
● माँ मुझे कुछ न आता था तब प्यार से बालमंदिर छोड़ने चलती थी, मे तो रोती थी फिर भी दिल पर पत्थर रखके मुझे छोड़के जाती थी, क्योकि मे कुछ बनु ऐसे तुमने बचपन से ही सिखाया, तुमने ही हर मुश्किल को आसान बनाया,,,
माँ मे पढ़ते-पढ़ते छोटी शाला मे तो पास हो गई फिर उसे बड़ी शाला मे पढ़ाया और आज मे कॉलेज भी जाती हूँ तो सिर्फ तेरी बदौलत से...
★ माँ अभी तो मे छोटी हूँ, तुजे छोड़के अभी न जाऊँगी ★
● माँ मे तो अभी पहेली सीडी पर हूँ और तुम्हारी तबियत नहीं रहती,,,,
माँ तुजे कुछ होगा तो मे क्या करुँगी??,,,
आज तक तुम दिन-रात मेरे साथ थी और आज भी अभी भी मेरे साथ ही हो और सदा ऐसे ही रहना,,
मे बहोत खुश किस्मत हूँ की तुम मेरी माँ हो,सबको अपनी माँ ही प्यारी है, माँ मे रात को पढ़ती हूँ तो तुम भी जागती हो,
कसौटी मेरी हो फिर भी प्राथना तुम मेरे लिए करती हो, अपनी बेटी आगे बढ़े वो एक माँ ही सोच सकती है बाकी दुनिया तो मुँह पर कुछ और ; दिल मे भी कुछ और रखती है...
★ माँ अभी तो मे छोटी हूँ, तुजे छोड़के अभी न जाऊँगी ★
● मेरे लिए एक मेरी माँ है ही लेकिन मे भाग्यशाली मानती हूँ अपने आप को क्योकि मेरी जिजि माँ- मेरी मासी माँ- मेरी भाभी माँ - इन सब रूप मे मेरे पास माँ हर कदम पर साथ ही है और हा मे तो अभी बहोत पढूंगी तब तक माँ तुजे जमाई ढूँढना है और फिर दोहित्र के साथ भी खेलना है...
★ माँ अभी तो मे छोटी हूँ, तुजे छोड़के अभी न जाऊँगी ★
● माँ मेरे पढ़ने के साथ तेरी सेवा करना भी बाकी है, मेरे जीवन मे तेरा मोल कभी कम न होगा,,,
कुछ भी हो माँ पर मुझे तुम छोड़के मत जाना - माँ बिच रास्ते मे छोड़के मत जाना,भगवान मेरी माँ को सदा सही सलामत रखना ये एक दुआ जरूर क़बूल करना,,
इस जन्म मे मेरी माँ हो हर जन्म मे तू ही मेरी माँ बनना और भगवान मुझे अगले जन्म मे डॉक्टर बनाना क्योकि कोन सी दवा माँ खाती है वो भी जानना है,
अगर डॉक्टर नहीं भी बनाओ तो वो मुझे कबूल है लेकिन मेरी माँ को कोई बीमारी मत देना, नहीं तो समझ लेंगे ये दुनिया मे सब फ़िज़ूल है...
★ माँ अभी तो मे छोटी हूँ, तुजे छोड़के अभी न जाऊँगी ★
★ चाँदनी