"एक किरदार हूँ मैं"
एक किरदार हूँ मैं,
तुम चुन भी लो या चूम ही लो तो क्या
ये लिबास कल बदलने होंगे।
एक किरदार हूँ मैं,
तुम साये में चलो या चलो धूप में सही
ये रास्ते कल बदलने होंगे
एक किरदार हूँ मैं,
सरगोशियाॅं चले या बेहूदगी लगे
ये अल्फाज कल बदलने होंगे।
एक किरदार हूँ मैं,
पा भी लो या खो भी दो हमे,
ये अफसाने कल बदलने होंगे।
एक किरदार हूँ मैं,
गुजर सको या ठहर इत्मिनान से,
ये गलियारे कल बदलने होंगे।
एक किरदार हूँ मैं,
सही समझो या गलत तकरीरे
ये मायने कल बदलने होंगे।
'आफरीन' कैसे बयान करे इस किरदार को,
तल्ख़ है यहाँ लोग बडे़, एहतियात कल बरतने होंगे।
-आफ़रीन
#KAVYOTSAV -2