कई जीत बाकी हैं कई हार बाकी हैं ,
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है ,
यहाँ से चले हैं नयी मज़िल के लिए ,
ये एक पन्ना था अभी तो किताब बाकी है l
मुझे कुछ अफ़सोस नहीं के मेरे पास सब कुछ होना चाहिए था ।
मै उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे रोना चाहिए था ।
- विज्जु