*Nice line.......?????
*??एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला (कुम्हार) ईश्वर से कहता है....._*
*⚘_"हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ,_*
*⚘_तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं,_*
*⚘_और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं।_*
*⚘_पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं_,*
*⚘_और मेरे बनाये हुए पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"_..* ??
*ध्यान से पढ़े कितना बड़ा सच है.*
.....
...
Afjal Mansuri....