बैठा हूँ अकेला आपकी यादों के साथ
खैर खुश हूँ मै मिरे अज़ीजो के साथ
साम भी बित गया अपनों के साथ
गुजारनी है रात अब खुदा के साथ
कौन है यहाँ अब मिरा तुम्हारे सिवा
हुआ हूँ मैं अमीर फकीरो के साथ
इनायत कर रहा हूँ मै खुदा तिरी.
रहगुजर इन अब बच्चो के साथ
रास आएगी आपको हमारी फितरत
यूँ जिन्दगी बीता रहै है गरीबों के साथ.