#100WORDSSTORY सिसकियाँ

विष्णु जीवा के कमरे में आया ,क्या तुम्हें नहीं लगता मम्मी के स्वर्ग सिधारने का पापा को अफ़सोस नहीं है। पापा पहले से ज़्यादा ख़ुश दिखाई देने लगे हैं
, यह भी समझ नहीं आता मम्मी-पापा गोवा घूमने गए थे,होटल के कमरे में मम्मी की मृत्यु कैसे हो गई.?
"पापा घर पर नहीं हैं उनके सामान की तलाशी लेते हैं
. एक पत्र उनके हाथ लगा अरे ये तो मम्मी की लिखावट है जीवा ने पढ़ा
"मैं कुछ ही दिनों की मेहमान हूँ ,मेरे जाने के बाद बच्चों के सामने कभी मत रोना। "
बच्चों ने देखा ,कोने मेंखड़े पापा सिसक रहे थे।

Hindi Story by Jahnavi Suman : 111023542
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