खोए हुए हम by Mehul Pasaya in Hindi Novels
एपिसोड 1: अजनबी रास्तों के हमसफ़रशाम ढल चुकी थी। सड़क किनारे लगी स्ट्रीट लाइट्स अपनी पीली रोशनी बिखेर रही थीं, और ठंडी ह...
खोए हुए हम by Mehul Pasaya in Hindi Novels
एपिसोड 02: अंधेरे से रोशनी तकहॉस्पिटल के बाहर हलचल मची हुई थी। कुछ ही पलों पहले जो हादसा हुआ था, उसकी गूँज अब भी लोगों क...
खोए हुए हम by Mehul Pasaya in Hindi Novels
खोए हुए हम – एपिसोड 3"Silent Shore" की वापसीशाम के हल्के नारंगी आसमान के नीचे, हवा में एक जानी-पहचानी ठंडक थी। वही पुरान...
खोए हुए हम by Mehul Pasaya in Hindi Novels
घर वालो का इंट्रोसुबह की पहली किरण जब मेहुल के कमरे की खिड़की से अंदर आई, तो उसने करवट बदली और अलार्म बंद कर दिया। घर मे...