..जुन्नूनियत..सी..इश्क.. (साजिशी इश्क़) by Mira Sharma in Hindi Novels
...."ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ"... ..."निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा"....ये मेरी पहली कहानी का पहल...
..जुन्नूनियत..सी..इश्क.. (साजिशी इश्क़) by Mira Sharma in Hindi Novels
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!द्रक्षता अपने काम में बिजी थी....तभी मैनेजर आकर उसे रूम नंबर 1269 में सर्विस देने को बोलते...
..जुन्नूनियत..सी..इश्क.. (साजिशी इश्क़) by Mira Sharma in Hindi Novels
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!सात्विक उनके जाने के बाद.....रूम का डोर लॉक कर.....बेड पर मुंह के बल लेटे हुए.....आंखों मे...
..जुन्नूनियत..सी..इश्क.. (साजिशी इश्क़) by Mira Sharma in Hindi Novels
...!!जय महाकाल!!...   अब आगे...!!!   यहां द्रक्षता को कार्तिक ने होटल ड्रॉप कर दिया था.....द्रक्षता ने उसे थैं...
..जुन्नूनियत..सी..इश्क.. (साजिशी इश्क़) by Mira Sharma in Hindi Novels
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!मंदिर...!!आज द्रक्षता के पापा और दादा जी की बरसी थी.....इसीलिए आज मान्यता और द्रक्षता मंदि...