Ek Musafir Ek Hasina - 72 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 72

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 72

72

राज़

 

 

अब शनाया  उनके करीब आई  तो सब उसके मुँह  की  तरफ देखने लगें तो वह  बोली,  “मैं बताती  हूँ वो लड़की  कोई  रेवा  नहीं  बल्कि  साशा  थी।“ “साशा  कौन ?”  अश्विन  ने पूछा। “सम्राट की एक्स गर्लफ्रेंड!!!” यह सुनकर  सबके पैरों  तले  ज़मीन खिसक गई। “तुम्हें   कैसे  पता?” अनुज ने अश्विन  की तरफ देखते हुए पूछा। पहले  तो शनाया  झिझकी  फिर बोली,  “क्योंकि  सम्राट  ने छह-आठ महीने पहले उससे ब्रेकअप  मेरी वजह से किया  था पर अब लग रहा है कि  वो सब  सम्राट का एक खेल था और मैं  उस  खेल  का सिर्फ एक मोहरा ।“ “मतलब रेहान उर्फ़  सम्राट का असली प्यार  रेवा उर्फ़  साशा  ही थी।“ अश्विन  के मुँह से यह सुनकर  शनाया  के तन-बदन  में  आग लग  गई।

 

अब अनुज,  अश्विन  और बाकी  टीम यानी करण, यश, विवेक, सान्या और सीरियल  किलर  और सम्राट  के केस  से जुड़े  सभी  लोगों  को प्रमोशन  मिला  और माया  और शनाया  से  सम्राट  को लेकर  पूछताझ  की गई  तो  अश्विन ने  ईशा  के कहने पर अमित की दोस्ती  और ईशा को उस किलर से बचाने के समय की गई  मदद का मान रखते हुए  माया  पर से खुद  को किडनैप  करवाने और अश्विन  को फँसाने  का केस  वापिस ले लिया और शनाया  को उसके बाप  के रसूख  ने सम्राट  के  केस  से बरी करवा  दिया। मीडिया  में सीरियल  किलर केस की गुत्थी  सुलझाने  पर  अनुज और उसकी  टीम की बहुत तारीफ  हो रही है तो वहीं  गृहमंत्री  ने अश्विन  को गले लगाते  हुए कहा, “हमें  तुम  पर नाज़  है, तुम हमारे  देश  की  धरोधर  वापिस  ले आये”  “पर सर सम्राट  फरार  है।“ उसने गंभीर स्वर  में  कहा तो वह बोले, “देखो। देवेन से पूछताझ करो, अगर  कुछ पता चलता है तो ठीक वरना  उसकी फाइल क्लोज  कर दो।“

 

इस वारदात  के करीब एक महीने  बाद  ईशा और अश्विन  ने अनुज, कोमल,  शीला और कुछ  खास  दोस्तों और अपने  घरवालों  की मौजदगी  में  सादगी  से शादी  कर ली।  उसकी  शादी  के एक हफ्ते  बाद, अनुज  कोमल  को अपनी  नई  पोस्टिंग  जो गोवा  के क्राइम  ब्राँच  में  हुई  है वहाँ   लेकर चला गया। और अश्विन, ईशा  और नन्हें  ईशान के साथ दिल्ली  में  रहा क्योंकि उसे  हॉस्पिटल  में  एडमिट  देवेन से सम्राट के बारे में जानना था और  आज  एक महीने  बाद वह कोमा से बाहर  आया है पर उसकी हालत  अभी  भी नाजुक  है क्योंकि  उसकी दोनो  किडनियाँ  बुरी  तरह  ख़राब है और वह कभी  भी दम  तोड़  सकता है। अब अश्विन  उसके रूम  में  दाखिल  होता है और  देवेन  उसे देखकर  हल्के  से मुस्कुराता  है। अब उन दोनों  के बीच जो बातचीत  होती  है, वह अश्विन  के होश  उड़ा  देती है। देवेन  की अंतिम  साँस  लेने के एक  दिन  बाद रवीश  सिंघल  की जापान  जाते वक्त उसके प्राइवेट  जेट  में  आग लगने से मौत हो गयी । उसकी मौत के बाद से राठी देश  से फरार  है क्योंकि  यही  काम था  जिसकी वजह से सम्राट ने उसे जेल से बाहर  निकलने के लिए कहा  था। अब शनाया  अपने  बाप के बिज़नेस को अपने  भाई  अमित  के साथ  देख रही  है। उसकी माँ  रोमा  अभिरंजन  के साथ लिवइन  में  पुणे  में  रहने  लग  गई  है और अश्विन  भी वापिस  मुंबई  चला  गया और दिल्ली  क्राइम  ब्रांच  का हेड  यश को बना  दिया गया है और अरविंद  को हैदराबाद  की ब्रांच  में  भेज दिया गया।

 

तीन  साल बीत चुके  हैं, अनुज गोवा  में  एक समुन्द्र  के किनारे  आराम से बैठा डूबते सूरज  को देख  रहा है। तभी एक हाथ उसके कंधे  को छूता  है तो देखता है  कि  अश्विन  है।  उसने ख़ुशी से उसे गले  लगाया और फिर अश्विन उसके साथ ही बैठ  गया । “ तू मुंबई  से कब  आया?” “थोड़ी देर पहले आया हूँ, कोमल ने बताया तू यहाँ  मिलेगा तो यही पर आ गया।“ “कितने दिनों के लिए आया है?” “ जब से यह  खबर  मिली   है कि  ईशान  के साथ खेलने  के लिए ईशान  का छोटा  भाई  या बहन  आने वाला है तो तबसे  मैं भी मटेरिनिटी  लीव  पर हूँ।“  “मुबारक  हो यार!!”  अब एक बार  फिर उसने अश्विन  को गले लगा लिया। “वैसे तेरी  वो गुड़िया वंशिका  बिल्कुल  कोमल  पर गई  है, “  “हाँ  दो साल  की हो गई  है,  कोमल  ने फेसबुक पर फोटो  पोस्ट  की तो थी, “ अनुज  ने चहकते  हुए कहा। “हाँ यार पर मैं फोटो ठीक से देख  नहीं पाया।“ “कोई नहीं बिजी होगा।“ “हम्म! वैसे यार कुछ  महीने बाद ईशान भी छह  साल का हो जायेगा।“ यह कहते  हुए अश्विन  के चेहरे  पर एक मुस्कान  है। अब अनुज कुछ सोचते  हुए बोला,

 

“दिल्ली पुलिस या यश को राठी के बारे में  कुछ चला? “

 

“राठी को कोई नहीं  ढूंढ  रहा है,  दुनिया  की नज़र  में  वह  एक प्लेन  क्रैश था  और उसे वहीं  रहने  दें और वैसे भी वो रवीश  सिंघल  इसी  के लायक  था।“  अश्विन  ने गहरी साँस  छोड़ते  हुए कहा।

 

“इसका मतलब  तुझे पता है कि  रवीश  सिंघल  को सम्राट  ने क्यों मरवाया?”

 

“हम्म!!” अब उसने अनुज की तरफ देखते हुए कहा,  “ मुझे देवेन ने बताया था कि सम्राट  उर्फ़  रेहान  ने  साशा   से जानबूझकर  ब्रेकअप   किया था क्योंकि शनाया  के ज़रिए  वह  रवीश  सिंघल तक पहुँचना  चाहता  था । दरअसल   गफ्फूर  के साथ रवीश  मिला हुआ था और उस दिन सम्राट  के चेहरे  का सिलिकॉन  मास्क उसके  खास  और वफादार आदमी  भास्कर  ने पहना हुआ था। जब उसे फ्लॉपी  नहीं मिली तो उसने  गुस्से में  ईशान को मार  डाला और बाकी  ऑफिसर  भी मारे  गए।“

 

“इसका  मतलब रवीश  सिंघल  गफ्फूर  के साथ मिलकर  हमारे  देश  की सुरक्षा  का सौदा  उस आतंकवादी से  कर रहा था ।“

 

“हाँ  सिंघल  ही  गद्दार  था और उसने छिकड़ा  सम्राट  पर फोड़  दिया। उस भास्कर को मौत की नींद सुलाने  के बाद  सम्राट इंडिया  आ गया।“

 

“पर यार  सम्राट तो सिंघल  को जापान  में  भी मार सकता था ।“ अनुज  का सवाल  है।

 

“भास्कर  के मरने के बाद रवीश कुछ टाइम के लिए अंडरग्राउंड हो गया था और फिर उसकी गर्लफ्रेंड  साशा  ने उसकी बेवफाई  से नाराज़  होकर  उसे मारने  के इरादे  से उसके लंदन  वाले घर में  आग लगा दी और खुद  इंडिया  आ गई  और फिर प्लास्टिक  सर्जरी  के बाद वह उसे लेने  इंडिया आ गया।“

 

“क्या खतरनाक गर्लफ्रेंड है पर उसने  सर्वेश  को क्यों मारा ?”

 

“सर्वेश  ने  रक्षामंत्री बनने  के लिए  पूर्व  रक्षामंत्री सुधीर  कावत  को मरवाना  था यह बात सम्राट के पिता बलराज  को पता चल गयी थी  और इससे  पहले वह  उन्हें  बताता  सर्वेश ने खलीफा  को सोने  का लालच  देकर  सुधीर कावत और  सम्राट  के पिता को मरवा दिया और साथ में   ब्रिगेडियर जसविंदर  सिंह भी मारे  गए क्योंकि उन्हें भी सर्वेश  पर शख  था और एक बात और सुन  यह सर्वेश भी रवीश  से मिला हुआ था।“ 

 

“ओह माय  गॉड !!!! यानी  अगर यह रक्षा  मंत्री बना  रहता तो  फिर से हमारे  देश की सुरक्षा  को खतरा था।“

 

“हम्म, तभी तो देवेने ने उसके रसोइए  लक्ष्मण के चेहरे  का सिलिकॉन  मास्क  पहन  उसके  दूध  में  हार्टअटैक  वाली ड्रग  मिला दी थी ।“

 

अनुज अब  गहरी  साँस  लेते हुए समुन्द्र  के किनारे बिछी  रेत  पर लेट गया तो अश्विन  मुस्कुराते   हुए बोला,  “तुझे एक बात और बताऊँगा  तो तेरा  समुन्द्र  में  कूदने का मन  करेगा?” “ क्या!!!” अनुज अब फिर से उठकर  बैठ  गया।