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राज़
अब अश्विन ने शीला को हैरानी वाले भाव दिए तो वह बोली, “ऐसे क्यों देख रहें हो?”” तुम्हारी इस इनफार्मेशन को पचाने की कोशिश कर रहा हूँI” “तो मैं झूठ थोड़ी ना बोल रही हूँ, यार माया और उसकी बहन शनाया मेरी पार्टनर है, जिनके साथ मैं कॉस्मेक्टिक का बिज़नेस कर रही हूँ, यह लिपस्टिक भी उसी ब्रैंड की हैI” अब शीला ने अपने होंठ आगे किये तो अश्विन ने देखा कि वहीं गाढ़े लाल रंग की लिपस्टिक है जो उस दिन काली गाड़ी में मिली थी, अब उसने उसका ब्रैंड याद करने की कोशिश की तो फिर से वह लिपस्टिक उसकी नज़रों के सामने आ गईI उस लिपस्टिक के ऊपर भी फ्यूज़न लिखा थाI अब उसकी भौहें तन गईI “अब मैं तुमसे जो पूछो, उसका सही-सही जवाब देना, “ “यह पुलिस के रोल में क्यों आ गए, पहले कुछ आर्डर कर लेते हैं, “उसने मेन्यू कार्ड देखा और वेटर को अपना ऑर्डर सुना दिया और फिर अश्विन की तरफ देखने लगी, जैसे कह रही हो कि “अब पूछो क्या पूछना है, “
“तुम शनाया से मिली हो?”
“नहीं, वो हमारे बिज़नेस में साइलेंट पार्टनर हैI सिर्फ इन्वेस्टमेंट करती है बाकी सब उसकी बहन माया देखती हैI”
“शनाया, अभी भी लंदन में ?”
“वह तो कई सालों से वहीं है, माया बता रही थी कि उसे इंडिया पसंद नहीं हैI”
“माया अपनी बहन शनाया से मिलने लंदन कब गई थी?”
“यार!!! यह मैं कैसे बता सकती हूँ, हाँ शायद एक बार जब बात हुई थी तो कह रही थी कि छह महीने पहले गई थीI “
“अब तुम बताओ, क्या चल रहा है, तुम्हारे दिमाग में?” वेटर उनका खाना टेबल पर लगा रहा हैI अब वेटर के जाते ही उसने माया से हुई उसकी पहली मुलाकात से लेकर उसकी आख़िरी मुलाक़ात तक की कहानी उसे सुना दीI शीना ने उसे गुस्सा दिखाते हुए कहा, “तुमने तो मेरी भूख ही मार दी, फिर भी खाना तो पड़ेगा,” उसने मंचूरियन को फ्राइड राइस के साथ मिलाते हुए कहाI अब अश्विन ने भी रूमाली रोटी को चिकन करी के साथ खाना शुरू कर दियाI अब शीला खाते-खाते बोली, “ अश्विन माया स्मार्ट है, क्लेवर है पर उसके सीरियल किलर होने के चान्सेस तो ना के बराबर ही है, पर हाँ हो सकता है कि उसका सम्राट से कोई कनेक्शन हो, मुझे लगता है, तुम्हें उसके साथ जाकर यह रिस्क लेना चाहिएI” “ हम्म !!! पर मैं उस नागिन पर भरोसा नहीं कर सकताI” यह सुनकर शीला का मंचूरियन गले में अटक गया तो उसने पानी पीते हुए कहा, “ तुम उसकी आँखों में कुछ ज़्यादा ही डूब गए हो, वैसे तुम सही हो, उसकी आँखें वशीकरण का काम करती हैI “ “देख नहीं रही, कैसे दो लड़के उसकी वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठेI” अश्विन ने वाइन का सिप लेते हुए कहाI “उसमे गलती लड़कों की भी थी, उन्हें सोचना चाहिए था” शीला ने भी वाइन का गिलास हाथ में पकड़ लिया I “हाँ पर अगर एक औरत अपनी पर आ जाए तो आदमी को कहीं का नहीं छोड़ती हैI” यह सुनकर उसने अपनी भोंहे उचकाई तो वह मुस्कुरा दीI “वैसे मुझे अब पूरा यकीन है कि वो नीली आँखों वाली माया ही है, ज़ाहिर सी बात है, उसने लेंस लगाए होंगेI यह ब्रैंड की लिपस्टिक तो उसके पास भी होगी हालांकि मुझे उसके होटल रूम में तो यह नज़र नहीं आई, मगर फिर भी, और उसके पैर की एड़ी में टैटो भी है, पर मेरी मज़बूरी देखो!! मैं उससे इंटेरोगेशन नहीं कर सकता है क्योंकि ये सब कोई पुख्ता सबूत नहीं है और उस पर हावी होने का मतलब है, अपने लिए मुश्किल पैदा करना I” अश्विन ने चिढ़कर कहाI “हाँ क्योंकि उसका भाई पॉलिटिशियनस को फंडिंग जो करता है,” यह कहते हुए शीला ने चमच्च प्लेट पर रखते हुए खाने से सरेंडर कर दिया थाI “जब उसके पास पैसा है तो उसने अभिनव से पैसे क्यों लिए होंगे” “यार वो गैंबलिंग के काम ऐसे ही करती है, बाद में अपने बाप-भाई की प्रॉपर्टी से लौटा देती है पर इस दफा उसके भाई ने उसका यह रास्ता बंद कर दिया तो वह बेचारी क्या करतीI”
“ओह! प्लीज शीला दुनिया की किसी भी लड़की को बेचारी कहना, मगर उस माया को नहींI” यह सुनकर शीला बहुत ज़ोर से हँसी तो आसपास के लोग उसे देखने लगेंI अब उसने झेंपते हुए वाइन का गिलास पीना शुरू कर दियाI अब अश्विन ने घड़ी में टाइम देखा, “ चलो, यार चलते हैI” अब दोनों कुछ ही देर में रेस्ट्रा के बाहर आ गए, शीला ने उसके होंठो पर किस करते हुए कहा, “मेरे साथ मेरे होटल के रूम में चलो,” शीला की इंटेंस आँखें देखकर अश्विन बोला, “मैं अभी मूड में नहीं हूँ, मैं यहाँ से जाना चाहता हूँ और दूसरा यह होटल भी उस अमित सिंघल का है तो मुझे यहाँ रुकने में कोई इंटरेस्ट नहीं है, इसीलिए फिर मिलेंगे और हाँ थैंक्स इस बार भी कोई हिंट देने के लिए” यह कहते हुए उसने शीला के होंठो पर गुडबाय किस दी तो शीला ने भी ज़वाब में उसे डीप पैशनेट किस किया और “एनीटाइम” बोलकर लिफ्ट से ऊपर की ओर अपने रूम में जाने लगीI
अश्विन की गाड़ी होटल के दाई तरफ मुड़ते हुए उसकी मंजिल की तरफ जा रही है, अब रेडलाइट पर गाड़ी रुकी तो उसकी नज़र अपने दाई तरफ गई तो उसने देखा कि रोमा सिंघल हैI अब उसकी वहीँ पैनी नज़र गाडी पर गई तो यह देखकर वह थोड़ा हैरान हुआ कि एक सफ़ेद रंग की सैंट्रो को वह खुद चला रही है, जिसकी वजह से वो ड्राइविंग सीट पर हैI “रोमा सिंघल बिना ड्राइवर के वो भी इतनी हल्की गाड़ी में,” उसने मन ही मन कहाI अब उसने रोमा पर गौर किया तो वह किसी से फ़ोन पर बात कर रही है और उसके चेहरे के एक्सप्रेशन बता रहें है कि वह बहुत परेशान हैI
अब ग्रीन लाइट होते ही उसकी गाड़ी चलने लगी तो अश्विन ने भी गाड़ी आगे बढ़ा दी I अभी तो अश्विन और रोमा की गाड़ियाँ आगे-पीछे ही चल रही हैI अब थोड़ी देर पर एक मोड़ आया जहाँ उसने गाड़ी घुमा दी, पता नहीं अश्विन को क्या सुझा कि उसने भी गाड़ी उसी अँधेरी मोड़ की तरफ कर दीI अब मोड़ खत्म होते ही रोमा ने गाड़ी एक होटल के बाहर रोक दीI अश्विन को होटल ग्रीनहाउस एक मामूली होटल नज़र आ रहा है और यह बात भी पक्का है कि यह होटल सिंघल ग्रुप का भी नहीं हैI अब रोमा ने जल्दी से गाड़ी पार्क की और होटल के अंदर चल दीI अश्विन ने भी एक कोने में गाड़ी पार्क की और रोमा के पीछे होटल के अंदर जाने लगा, यह सोचकर कि आज की रात शायद किसी और राज़ से भी पर्दा हटेI