मेरी सुकून भरी चाये ☕
जब दुनिया की बातों से थक जाती हूँ
अपनों की नज़रअंदाज़ से थक जाती हूँ
तब मेरी चाये ☕ही तो हैं
जो मुझे सुकून दे जाती हैं
कभी घंटो बैठ कर
2 से 4 cup ☕तो हो ही जाती हैं
नहीं समझना तो ठीक हैं
मैं और मेरी चाये ☕
हमेशा एक दूसरे को समझ ही जाते हैं ☕
- SARWAT FATMI