- कौशिक दवे
अब कहां जाने की तैयारी हो रही है?
पायल बोली
तुम्हें तो मेरी चिंता नहीं है।
राजन
क्या कहा? मुझे तुम्हारी चिंता है इसलिए पूछ रहा हूं। मायके जाने की तैयारी?
पायल
हां, तीन साल हो गए है, भाई को मिले हुए।
राजन
लेकिन तुम्हारा भाई बुलाता नहीं है और तुम्हारी भाभी की बातें छोड़ो।
पायल हंसी और बोली
वैसे सूटकेस में मेरे कपड़े है लेकिन फिर भी खाली खाली।
मन नहीं मानता फिर भी जाना जरूरी है। रक्षा बंधन का त्योहार है।
राजन बोला
और तुम खाली सूटकेस लेकर ही आओगी। तुम्हारी भाभी तुम्हें घर में आने नहीं देगी। खाली हाथ आना होगा।
पायल ने मुस्कुराते हुए कहा
मैं खाली नहीं आउंगी। फिर से ढ़ेर सारा प्यार लेकर आउंगी।
राजन
लेकिन मैं साथ में नहीं आने वाला। अपमान सहन नहीं कर सकता।
पायल
साथ चलो ना। गले शिकवे भूल जाओ। थोड़ी मेरी ग़लती थी और थोड़ी भाभी की।
राजन
लेकिन वो तुम मानती हो। तुम्हें जाना है तो जाओ। तुम्हारी भाभी गलती मानने को तैयार नहीं थी।
पायल
भाभी ने ही मुझे फोन किया था। मुझे राखी के लिए घर पर बुलाया है। वापसी में सूटकेस में ढ़ेर सारा प्यार होगा।
- कौशिक दवे
रक्षा बंधन पर्व की शुभकामनाएं 💐