कब्र की नुमाइश अब करते हैं,
जैसे जज़्बातों को दफ़्न किया हो हमने...
हर पत्थर पे नाम लिखा है उनका,
जिन्होंने ज़िंदा रहते मुझसे सवाल किया हो....
अब फूल चढ़ते हैं हर जनाज़े पे,
पर ज़िन्दा दिलों को कांटे ही मिलते हैं...
हमने देखा है मोहब्बत के शहर में,
लाशें बोलती हैं, और ज़िन्दा लोग चुप रहते हैं...
- Manshi K