समझ नहीं आता कि आज भी लोग 21वीं सादी में होकर भी लड़का और लड़की क्यों करते हैं,
क्यों दोनों को एक बराबर का दर्जा नहीं देते हैं?
ऐसी भेदभाव क्यों भगवान ने तो लड़का और लड़की को समान बनाया है?
फिर क्यों यह समाज यह कानून दोनों के बीच क्यों भेदभाव करता है?
- Maya Hanchate