"मर के भी दिल से ये प्यार न होगा कम…"
वक़्त की धूल उड़ जाएगी,
नाम भी एक दिन मिट जाएगा…
पर तू जिस दिल में बसा है,
वो दिल हर जनम में तुझसे मिल जाएगा।
तेरे बिना साँसें अधूरी सही,
पर तेरी यादें मुकम्मल हैं अब भी…
जिस पल तू मुस्कुराया था,
वो पल मेरी रूह में आज भी धड़क रहा है चुप-चुप सी।
मर जाऊँ तो क्या…
ये इश्क़ कोई जिस्म का किरायेदार नहीं,
ये तो वो रौशनी है,
जो क़ब्रों के अंधेरों में भी उजाला कर दे कहीं।
तू सोच भी नहीं सकता,
कि एक टूटी लड़की ने तुझसे कितना चाहा है…
वो जो कभी खुद को आईने में देखना नहीं चाहती थी,
वो आज खुद को तेरी नज़र से देखना सीख गई है।
तेरे बिना जी लूँगी शायद,
पर मर कर भी तुझसे जुदा न हो पाऊँगी…
क्योंकि मेरा नाम मिट सकता है,
पर दिल में लिखा ये प्यार… कभी नहीं।