है हर जाम की कसम ए दोस्त
रहने दो अब नशे में हमें,,
अगर यह नशा भी उतर जाए
क्या मजा रहे जाएगा जीने में..
होगा कोई दौलत के नशे में
किसी को जवानी की गुरूर का नशा,,
अरे तो कोई है दोस्ती के नशे में
तो किसी को है मोहब्बत का नशा..
अरे यह कमबख्त चीज ही ऐसा है नशा
यहां नशे के नाम पर हर कोई है बदनाम,,
तौहिन कर दिया खराब है कहेकर नशा
दिल के हर जख्म का इलाज है नशा..
बाहर निकालो सपनों के भी नशे से
वरना ये दुनिया जीने लायक कहां है ?
एक नशा है जिसमे जीना भी चाहते हैं
और नशे मे मर जाना भी चाहते है..
अमी...