इस जीवन की यात्रा मेरी,
नामुकम्मल सी है बिन तुम्हारे,
इस यात्रा में महज तुम्हारे ख्याल का आना ही
ऐसा प्रतीत होता है जैसे
दूर कहीं किसी मंदिर में घंटी बजी हो,
ऐसा लगता है जैसे
किसी मंदिर से बहती हुई पवित्र हवा
रूह का मेरे स्पर्श कर गई हो,
तुम्हारे ख्यालों के बिना अधूरी सी लगती है,
इस जीवन की राह, #