किसी को तकलीफ़ होती है तो होने दो।
किसी को उसकी ही भलाई के लिए उसे छोड़ देना।
महज एक मजाक जैसा ही लगता है।
वो यही सोचता रहेगा कि आखिर वो छोड़ क्यों दी।
पर एक ऐसा दिन भी आएगा जब उसे यह एहसास हो जाएगा कि यह तो उसने मेरी भलाई के लिए ही किया था शायद।
दोस्तों किसी की भलाई के लिए उससे इतना दूर चले जाओ कि वो आपसे नफरत करें और कभी आपके बारे में सोचें भी नहीं ओर उसे तकलीफ भी ना हो।