क्यों मेरे दिल को ऐसे तड़पाते हो।
आंखों में वो हसीन सपने को बहकाते हो।
क्या हुआ जो हम है दूर इतना।
पर तुम तो हमेशा मेरे करीब ही रह जाते हो।
पढ़ लो ना दिल की जुबां आंखों से।
क्या है इसने इतना तो समझदार हो
इन आंखों में कोई और नहीं बस तुम ही समाएं हो।
और सीने में भी तुम ही समाएं हो।
बार बार मत पुछा करो मुझसे कि क्या है मेरे दिल में।
गर एक दिन ऐसा आएगा जब मैं ना रहुंगी।
तब खोजते रहना,पुछते रहना।
पर इतना समझ जाना कि कोई है तुम्हें दुआ दे रहा है।
खुश रहने की अदा सिखा रहा है।