पति पत्नी का रिश्ता ऐसा हो
डर से ज्यादा प्यार छलकता ही
दिल की बाते अपनी कह सके
एहसास उसका छलकता हो
इज्जत करता है जितनी मां की
पत्नी का सम्मान भी उतना हो
हर वक्त जो अपना उस पर लुटाए
बेवक्त भी उसका ही खयाल हो
पत्नी देती है भगवान का दरजा उसको
दासी का नहीं देवी का स्थान हो
हर सफर में हमसफर की तरह
हाथों में एक दूसरे का हाथ हो
ऐसा रिश्ता पति पत्नी का हमेशा
दुनिया में इसकी अलग पहचान हो
- गुमनाम शायर