#निर्मम
#Tribute To all those women/Girls who faced this shit..nd sm are still trying to living their lives normally. #Salute to them..!!
सत्तर की हो या सात की.. हर किसीको उसने उठाया...
भूख हवस की जो जागी उसमे.. बुरा रास्ता अपनाया...
चीर के उसके आंचल को.. अपना दानव रूप दिखाया...
हुई तार तार कई जिंदगीया सारी.. जब ख़ुदका तन उसने बेहलाया...
छोड़ दिया कुछ को तो जब.. जिंदा लाश सी बनाया...
भरा न जी तब भी तो उसका.. जिन्दा उसको जलाया...
कर के निर्मम हत्या उसकी.. कहीं टुकड़ों में फिंकवाया...
हैवानियत की पार् की हद उसने.. कही मार् पेड़ पे लटकाया...
कामिनी वर्मा