हिंदी के बावन वर्ण,
जिन्हें शब्दों में।
बयां करते ,
नित दिन हम।
पंत हो या निराला,
या हो महादेवी वर्मा।
या हो प्रसाद,या हो सूर तुलसी,कबीर,जायसी।
इत्यादि सभी को करते हैं हम बारंबार नमन।
चाहे हो, रामचरितमानस या हो।
बीजक,या हो पद्मावत,
या हो कामायनी या हो।
सूर सारावली हो या यामा ,
यह सब है हमारे
पावन ग्रंथ।