शायद कुछ बदला बदला सा है......
शायद किसी के लिए कुछ रिश्ते अलग से हो रहे है........
शायद हमारा बोलना किसी को अच्छा नहीं लग रहा है......
शायद मैं सब जानती हूं.......
शायद मैं कुछ व्यक्त नहीं करना चाहती हूं.........
शायद यह हर लड़की के साथ एक उमर में होता है.....
शायद मायके कैसे बेगाने होते है ......
ये पता चल रहा है.........
क्यों पराई मैं और तुम खास हो गए हो मेरे घर के लिए.......
क्यों मुझे भेजने में ये परेशान नहीं है......
ये सोच ही तंग कर रही है.....
या सच में सब यही कर रहे हैं........