हम ने तुम को बस चाहा तो दुनिया के गम भूले
दुनिया के गम भूले
आंखें जैसे सागर नदिया झील के रंग में धूले
झील के रंग में धूले
अटकनी सी ये दीवारें
कह रही है अब तो हारे
जानम सब तोड़ आयेंगे
मुश्किलों की चढ़ती ढलती
अंगारों सी राह में जलती
मोड़ के चंदा जायेंगे
हम ने तुम को बस चाहा तो....