बातों का क्या?
ये कसमें, ये वादे, ये प्यार, ये वफ़ा,
सब बातें हैं… बातों का क्या।
जो दिल में था, वो जुबां तक आया ही नहीं,
और जो कहा… उसका मतलब था क्या?
वो चला गया हाथ छुड़ाकर यूँ ही,
जैसे मैं कभी उसकी ज़रूरत ही न था।
एक पल में सब कुछ पराया कर गया,
जैसे मैं कोई बोझ था… जिसे वो सह न सका।"
💔
__ Meenakshi (Mini)