तू मेरे हिस्से में नहीं, तो मुझे कोई गम नहीं l
तेरी यादों की बारात सजाई है हमने,ये भी किसी महफिल से कम नहीं l
तेरा हाथ मेरे हाथों में ना सही,
तेरे ख्वाबों का दरिया मेरी आँखो से गुजरता है l
तस्वीर में छुपे तेरे तसव्वुर को भी ,
मेरा बंजारा मन हकीकत समझता हैं l