यूँ छोड़कर गए मेरे पापा
कि मैं बहुत जल्दी जिम्मेदार हो गई
आटे दाल का भाव पता चला
जमाने का रंग पता चला
अपना कहने वालो का ढंग पता चला
कि मैं बहुत जल्दी समझदार हो गई
यूँ छोड़कर गए मेरे पापा
तपती जेठ की धूप में छाव का पता चला
गमों की जिन्दगी में खुशी का पता चला
आंखों की चमक में नमी का पता चला
कि मैं बहुत जल्दी समझदार हो गई
यूँ छोड़कर गए मेरे पापा।।
मीरा सिंह