तुझ बिन अधूरा, ये दिल रोता है,
तेरी यादों में, हर पल डूबता है।
अधूरा प्यार, आँखों में बस्ता है,
तेरे बिना ये जीवन, बेकार सा लगता है।
हर सुबह तेरे बिना, आँखें खुलती हैं,
दिल कहता है, तू कहीं पास होगी।
पर तेरी अनुपस्थिति, मुझको जलाती है,
हर कदम पर, तेरा साया ढूंढता हूँ।
वो दिन याद आते, जब तू साथ थी,
अब तन्हाई में, वो यादें सताती हैं।
तेरी मुस्कान, दिल को सुकून देती थी,
अब आँसुओं में, वो तस्वीर खोती है।
तुझ बिन अधूरा, ये जहाँ सूना है,
हर पल तेरे नाम, मन मचलता है।
चाँद की रोशनी, तेरे चेहरे को बुलाती है,
पर तेरे बिना, ये रातें अंधेरी हैं।
अधूरा प्यार, सीने में दर्द बन गया,
तेरे बिना ये जीवन, थम सा गया।
हर हवा में, तेरी खुशबू ढूंढता हूँ,
पर तेरी जुदाई, मुझको तोड़ती है।
दिल की गहराइयों में, तेरा वास है,
पर तेरे बिना, ये प्यार अधूरा है।
हर सपने में, तेरी छवि आती है,
पर सुबह होते, वो सपना छूट जाता है।
तुझ बिन अधूरा, ये दिल रोता है,
तेरे बिना ये जहाँ, बेकार सा लगता है।