रक्त के रंग में है जीवन :—
ये जो है मासिक धर्म का सिलसिला,
इसमें छिपा है जीवन का काफिला।
नारीत्व का यह पहला कदम ,
हर लड़की के हौसले का परचम।
दर्द के साथ यह जो आता है ,
सहनशक्ति का सबक सिखाता है।
रोकता नहीं, थकाता नहीं ,
बल्कि नारी को और मजबूत बनाता है।
शर्म क्यों हो , ये तो प्रकृति का खेल,
हर लड़की को देता इसका मेल ,
गंदगी नहीं ,ये तो है पवित्र ।
SimranBhargav