थम सी गयी थी जिंदगी उस दीन
जब अपनो ने धोखा दीया था
अकेला छोड दीया था
बेवजह झुठे इल्जाम लगाया था
जिनपे भरोसा कीया था
उन्होने भरोसा तोड दीया था
अब समज में आया
असल मे भगवान ने
असलियत का पता दिया था
मतलबी थे वो तो सिर्फ
सच्चे तो वो थे
जिन्होने तब संभाला था
ऒर आज. साथ है हम सब
जिन में कोई गुरुर न था