वो दोस्ती, वो प्यार, वो college के दिन
अक्सर हँसाते हुए रुला जाते हैँ
उस वक़्त क्या पता था के वक़्त के साथ इंसान भी बदलते हैँ
हमारी एक अलग दुनियां ही रहती थी
जहाँ हँसना हँसाना
बात बात पर एक दूसरे की खिचाई करना
दोस्तों की हर राज़ को ❤️दिल मे रखना
सच मे वो पल अक्सर हमें याद आते हैँ
कहते थे हम सब
क्या??हम एक दूसरे को याद करेंगे???
और जवाब कुछ अलग ही होता था
उस वक़्त समझ नहीं आता था के
क्या होती हैँ ज़िम्मेदारीयाँ
ज़िम्मेदारीयों के घेरो मे कुछ इस तरह उलझ कर रह गए
के खुद का वक़्त कहाँ चला जाता हैँ पता ही नहीं चलता
सोचा के खुद को थोड़ा वक़्त देदूं
तो घर की जिम्मेदारियों का पुकार शरू होगया
अकेले मे खुद से बातें करना शरू किया, तो कुकर की सिटी ने अकेले रहने ना दिया
आँशु अक्सर आँखों से निकलते हैँ, तो प्याज़ो ने सहारा दे दिया
इतनी भाग दौड़ की जिंदगी मे अक्सर तन्हा खुद को पा लिया
बातें तो बहुत हैँ पर सुनने को कोई नहीं
तो अक्सर अपने चीज़ो को अपने हाले दिल बता देती हूँ
अक्सर रातों मे सिसकियो मे तकिया मेरी गीली होती हैँ
तब अपनी पुरानी बातें याद कर के दिल को बेहला लेती हूँ
वो पल जब हम साथ मे गुज़ारे थे
वो अक्सर याद कर के दिल को सुकून दिला जाते हैँ
कहते थे जब अपनी ज़िम्मेदारियों से थक कर सोने की कोशिश मे, जब नींद पूरी नहीं होंगी
तब हम सब याद आएंगे
वो पल जो साथ गुज़ारे थे वो पल याद आएंगे....
सोचते सोचते नींदो की दुनियां इतनी खूबसूरत लगने लगती हैँ ❤️❤️फिर वही सुबह चेहरे पर मुस्कान रख अपनी नई ज़िम्मेदारियों के साथ चल पडती हूँ 🥰💐🙏🙏