ना मैं सच हूं , ना मैं झूठ हूं ।
मैं तेरे दिमाग का एक ख्याल हूं।
ना मैं जल हूं , ना मैं अग्नि हूं ।
मैं तेरे लिए एक बूंद और चिंगारी हूं।
भूल जा मुझे तू ख्वाब समझ कर ,
मैं तेरे लिए जहर हूं
ना मैं सपना हूं , ना मैं हकीकत हूं ,
बस मैं उलझा हुआ विचार हूं
_ kayal king