रंग बदलते रिश्ते
दुनिया को और जिंदगी को,,,
हमने बहुत करीब से देखा है।
मुसीबत के उस वक्त में,,
हमने हर रिश्ते को बदलते देखा है।
जो हाथ पकड़कर चलते थे,,,
जरुरत पड़ने पर पीठ दिखाते देखा है।
अनजान थे मतलबी दुनिया से,,,
जब जिंदगी हम पर बेरहम हूई।
फिर सब रिश्तों का सच सामने आ गया,,,
जब हिम्मत और मुसीबत की टक्कर हूई।
हौसलों हम ने भी बुलंद रखें,,,,
टकराकर हमसे हर मुसीबत की हार हुई।
जो अपनापन जताते थे,,,
समय आने पर रंग दिखा गये।
कौन अपना कौन पराया है,,
रिश्तों की पहचान करना सीखा गये।
फिर भी एक शुक्रिया उनको,,,,
जो हमें "मतलब"का मतलब समझा गये।
यह जिंदगी भी तो एक पहेली थी,,,
पर हमने सब्र करते करते सुलझा लिया।
लड़ते लड़ते अपनी किस्मत से ,,
हमने अपनी मंजिल को पा लिया।
जो आता है आयें और जिसको जाना है वो जाये ,,,
हमने तो अपना मन समझा लिया।
जो दिल से साथ निभाते हैं,,,
वोही दिल में रहते हैं।
दोगले लोगों से अब ना कोई वास्ता है,,
जो मतलब के लिए अपना कहते हैं।
जिस जिस ने भी हमें संभाला था,,,
उनकी मुश्किलों में हम भी साथ खड़े रहते हैं।
✍️✍️ परमजीत 💜❤️