तन्हा इक शायर हो रही हुं 💔🫀
उनकी बद्दुआओं का असर हो रहा है
अब मुझसे दूर मेरा हमसफ़र हो रहा है
चांद - तारे लाने की जिद में निकले थे
अब मुश्किल यह मेरा सफ़र हो रहा है
एक आलिशान घर बनाने की चाहत में
किसी तरह जिंदगी का बसर हो रहा है
उसकी सारी चाहते पुरि करते - करते
बेचारी में तन्हा इक शायर हो रही हुं...
🫀💔❤️🔥