चलों समझौता नहीं करते
करते हैं एक सौदा
मैं तुम्हें भूल जाऊं
तुम मुझें भूल जाओ

मैं लौटा दूँ नींदें तुम्हारी
तुम लौटा दो वो रातें सारी
जो हमने थी साथ गुजारी...

मैं लौटा दूँ यादें सारी
कसमें वादे औऱ जिम्मेदारी
तुम लौटा दो वो सारे एहसास
वो सारे पल जो थे बहुत खास...

मैं लौट दूँ बातें-क़िस्से, हँसना-हँसाना
तकरारें ,गिले शिकवे ,रूठना मनाना
तुम लौटा दो तड़प ,आँसू बहाना
तन्हाई और टूटकर बिखर जाना...


चलो समझौता नहीं करते
करतें है एक सौदा....
#Jealousy

Hindi Poem by Vaidehi Vaishnav : 111907226
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