कि ऐसे बदलेगी मेरी तू नज़र देखेगा,तुझे खोने के बाद तू मेरा सब्र देखेगा,मैं जलकर खाक हो जाऊंगा मगर झुकूंगा नहीं,मेरी सादगी देखी है तूने अब तू मेरी अकड़ देखेगा।

-Shrikar Dixit

Hindi Shayri by Shrikar Dixit : 111881911
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now