“कविता विचारहीन नहीं हो सकती, परंतु विचारात्मक प्रतिबद्धता को मैं कविता के लिए अनिवार्य नहीं मानता। “

केदारनाथ सिंह
🙏🏻

Hindi Book-Review by Umakant : 111864424

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now