अहम के संहारक वो देव महादेव है ,
करुणा के वरदानी वो शिव शिव महेश है I
वे तीनों लोकों के स्वामी , सत्य और प्रेम के पर्याय है,
उनके डमरू का नाद , इस जग का आधार है I
सर्वस्य तू त्याग दे और चढ़ा ले रंग
शिवा शिवा शिवम् शिवम्
शिवा शिवा शिवम् शिवम्
शिवा शिवा शिवम् शिवम्
शिवा शिवा शिवम् शिवम्