#Rakshabandhan
महीना सावन का दिन पावन रक्षाबंधन का त्योहार है
भाई - बहन के प्रेम की गंगा की बहती रसधार है
हर भाई की सजी कलाई पर बहनों का प्यार है
हर राखी के बदले भैया पर वचनों का भार है
ना जाने गमगीन बहन कितनी बैठीं उस पार हैं
थाल सजाये राखी की सजल नेत्र खड़ी द्वार हैं
हम सबकी राखी की खुशियाँ उन बहनों की उधार हैं
सरहद पर जिन बहनों के भैया ने दिया सब वार है
बिन भाई के बहनों की राखी करना गुलज़ार है
यही सनातन धर्म है और यही सनातन सार है
युगों - युगों से सीख सिखाता यह पावन त्यौहार है
स्वस्थ मधुर संबंधों की जड़ भाई - बहन का प्यार है
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