थोड़ी गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम
पर जेसी भी हो मेरी जान हो तुम...
थोड़ी इतराती हो थोड़ी शर्माती हो
कभी कभी आंखे भी दिखाती हो तुम
पर जेसी भी हो मेरी जान हो तुम....
बिन कहे ही सब कुछ समझ जाति हो,
कभी सवालों को बारिश बरसा देती हो तुम
पर जेसी भी हो मेरी जान हो तुम....
बिना कहे बाहों में समेट लेती हो,
कभी एक जलक के लिए भी तरसा देती हो तुम
पर जेसी भी हो मेरी जान हो तुम....
बातों बातों में मजाक कर लेती हो,
मेरी मजाक के रूठ जाती हो तुम
पर जेसी भी हो मेरी जान हो तुम...
थोड़ी गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम
पर जेसी भी हो मेरी जान हो तुम।।।