चुपके से आए तुम दिल में मेरे
दस्तक भी नहीं दी दिल ने तेरे
यूं बेबस हो गए देखकर तुझको
हारना पढ़ा दिल जान कर मुझको
ये दिल तो अमानत थी मेरी
क्या ऐसी खुमारी थी चढ़ी sumi
सोचने भी जरा दिया नहीं
अमानत क्यों चुराने लगे मेरी
मेरे होश से खोने लगे
मुझसे मुझको चुराने लगे