हवाओं में अब भी ये खुशबू क्यूं बहती है,
इस दिल में अब ये बैचेनी क्यूं रहती है,
जब भी उनसे मिलता हूं
अक्सर उनकी आंखे कुछ तो जुंबा कुछ और क्यूं कहती है,
हम उन्हें सोचने के अलावा भी उन्हें न सोचे ये सोचते है,
ना जाने मेरे रहते वो किसी और को क्यूं सोचती है।
- Loki