मेरे दिल को सुकून ही नहीं ख़ुशी भी देती है तुम्हारी आवाज़
ये इश्क़ चाहे खारे समुद्र सा हो या मीठे सरबत सा
मेरी हर दुआ तुमसे थी हर दिन तुमसे था
मेरे दिल को सुकून तुमसे था
तेरी ख़ुशी तो हमसे नहीं थी
हम तो तेरी जिन्दगी मै मेहमान से हो गये
तुम ना जाने कब मेरी जिंदगी बन गए
मेरी आंखों को सुकून आ जाता है हर रास्ता मेरा तुझ तक जाता है
आखिर मेरी मंजिल ही तुम थे
@mansi(anwesha)