पहेले प्यार के इजहार मे झिझक तो होती है
कैसे बताये? कैसे पुछे ? ये झिझक तो होती है।
कितनी दूर है, ये देखो चांद भी तारे भी यारो
दिल तक है लंबी दूरी , झिझक तो होती है।
जखम गहरे हो दिलपर कितने? भर तो जायेंगे
मरहम जब लगाए कोई, झिझक तो होती है।
पलकें जब भी मिट जाए, देखू तुझको ही
देखना चाहू चौराहों पर, झिझक तो होती है ।
-शब्दांकूर