सारा जहां उसी का है,
जो मुस्कुराना जानता है।।
रोशनी भी उसी की है,
जो शमा जलाना जानता है।।
हर जगह मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे है
लेकीन इश्वर तो उसीका है,
जो “सर” झुकाना जानता है।।
सपनों की मंजिल पास नही होती,
ज़िन्दगी हर पल उदास नहीँ होती,
बस तुम खुद पर यकीं बनाए रखना।।
कभी कभी वो भी मिल जाता है,
जिसकी कभी आस नहीँ होती।।