ये बात मैंने ज़िंदगी से सीखी है ,
हँसने का हुनर मैंने लड़ कर सीखी है।
हर वक्त एक शक्स का इंतेज़ार करना ईमान की बात है,
लेकिन वो न आएगा ये पता होने पर भी करना ग़लत बात है।
लड़ना , हारना और फिर खड़े होकर लड़ना,
न रुकना कभी जीवन में ...बस इतना-सा सार है।
मौक़ा मिलेगा तुझे भी बस कर इंतेज़ार अपने वक्त का,
ये ही न्याय और सार है जीवन का ।
#सार
- A A Rajput ‘अक्श’