कौन कहता है समय थम सा गया है ,
बस अभी शुरू हुवा है ,
इत्मिनान से समय की डोर को थाम के रखिये ,
बहती जिंदगी को बस थोड़ा सा सुकुन दीजिये ।
कुछ नया सिखाएगी जिंदगी ,
कुछ नया सुनाएगी जिंदगी ,
पल दो पल का बस है फांसला ,
फिर.....अपने आपमे बहती चलेगी जिंदगी ..
:-मनिषा हाथी